Thursday, 27 October 2016

शुकराती आइसँ शुरु , आई धनतेरस

कातिक १२, जनकपुरधाम । हिन्दुसबहक पावनि शुकराती आइसँ शुरु भेल अछि । कातिक कृष्ण त्रयोदशीस कातिक शुक्ल द्धितियाधरि पाँच दिनधरि मनाओल जायबला शुकरातीके यमपन्चक सेहो कहल जाइत अछि ।


यमपन्चक पहिल दिन आइ तिथिअनुसार दियाबातीके पहिल दिन कौवाके पुजा कएल जारहल अछि । वैदिक मान्यताअनुसार कौवाके सन्देश वाहकके रुपमे कानल जाति अछि । अहिना काल्हि भिन्सरसँ कुकुरके पूजा कएल जाएत । रबिके राति दोकान, सँस्था तथा घर घरमे धनक देबी माता लक्ष्मीके सेहो पुजा कायल जाएत । ओहि रातिभरि दिबौरी बारि फटाका फोरैत हर्षोउल्लासके सँग लक्ष्मी माताके पुजन क दियाबाती मनाओल जाएत । सोमके गाइके पुजा अर्थात गोबर्धन पुजा सेहो कएल जाएत तऽ मँगलदिन भाइ बहिनक पावनि भरदुतिया मनाओल जाएत ।


अहि वर्षक भरदुतियाके टिका लगाबयके शुभ समय कात्तिक १६ गते भिन्सर ११ बाजि कऽ ५२ मिनेटमे रहल समिति जनौलक अछि । दिदी बहिनसब अपन भाइ भैयाके सुस्वास्थ्य, दीर्घायु तथा अटल सौभाग्यके कामना करैत माथमे टिका लगाबयके चलन अछि । एम्हर दियाबातिके लऽ लोकसब किछदिन पहिनेहिसँ अपन अपन दोकान घर तथा कलकारखाना सब धो पखारि कऽ साफ सुथरा केने अछि ।


अहिबिच, आई धनतेरस सेहो अछि । आजुक दिन धातुके समान किनलासँ घरमे लक्ष्मी माताक बास होयबाक जनबिश्वास सेहो रहल अछि ।  आजुक दिन जनकपुर सहित नेपाल भारतक बिभिन्न ठामक बजारसबमे धातुके समान तथा सोनचाँदी किनबाक लेल बिशेष भिड दखल जाऽ रहल अछि । धनतेरशके लऽ स्थानिय ब्यापारीसब सेहो ओतबे उत्साहित देखलगेल अछि । आजुक दिन आन दिनक अपेक्षा बेसी आम्दानी होयबाक ब्यापारीसब बतौलक अछि ।

Friday, 7 October 2016

आइ सप्तमी दिन, आइ बेलतोडी भ रहल

आसिन २२, जनकपुरधाम । हिन्दुसबहक महान पावनि दशमीक आइ सप्तमी दिन जनकपुर सहित नेपाल भारतक बिभिन्न स्थानमे आइ बेलतोडी भ रहल अछि ।
दशमीक आइ सप्तमी दिन माता कालरात्रीक पुजा कएल जा रहल अछि । पुजा करय लेल आइ भिन्सरेसँ बिभिन्न शक्तिपिठ, उच्चैठ तथा दुर्गा मन्दिरसबमे श्रद्धालुसबहक भिड देखल गेल अछि । आइ शक्ति स्वरुपा माता कालरात्रीके बिभिन्न मठ मन्दिर तथा गाम गामसँ शहरधरि पुजा कएल जा रहल अछि । आजुक दिन दुर्गा मन्दिर सहित लोकसब अपन अपन घरमे सेहो माता कालरात्रीके बिभिन्न मन्त्रोच्चारण सहित पुजा पाठ केलनि अछि ।
अहिबिच काल्हि बेलनौती भेल छल आ काल्हि नौतल गेल बेलके आइ तोरि क लाओल जा रहल अछि । जनकपुरक राजदेवी मन्दिर सहित बिभिन्न दुर्गा मन्दिरसँ पैघ सँख्यामे श्रद्धालुसब बाजागाजाके साथ बेलतोरी कार्यक्रममे सहभागी भ रहल अछि । काल्हि नौतलगेल बेलके आइ तोरिक आनि प्राण प्रतिष्ठा कराबयके जनबिश्वास रहल अछि । अहिके सँग आजुक दिन दुर्गा माताके दुर्गा मन्दिरमे प्रतिष्ठा कराओल गेल कहैत जाइत अछि । प्राण प्रतिष्ठाक बाद आईए निशा पुजा सेहो कएल जाएत । अहिना, माटिक प्रतिमा बनाओल गेल मुर्तिसबमे माताक आँखिके पुर्ण रुपसँ तयार कएल जाति अछि । एम्हर जनकपुरक राजदेवी मन्दिरमे आइ माताक भब्य श्रृगाँर कएल जाएत । 
राक्षस महिँसासुरक नष्ट केने माता दुर्गाके दशमीक दशो दिन बिभिन्न  ९ टा स्वरुपक पुजा कएल जाति अछि ।


आरो सम्बन्धित समाचारसभ

दशमीक आइ सप्तमी दिन

Thursday, 6 October 2016

दशमीक आइ सातम दिन षष्ठी, आई बेलनौती

आसिन २१, जनकपुरधाम । दशमीक आइ सातम दिन षष्ठी, आई बिभिन्न दुर्गा मन्दिरसभमे माता कात्यानीके पुजा कएल जा रहल अछि ।

आजुक दिन दुर्गा मन्दिर सहित लोकसब अपन अपन घरमे सेहो माता कात्यानीके बिभिन्न मन्त्रोच्चारण सहित पुजा पाठ केलनि अछि ।
दशमीमे गाम गामसँ शहरधरि बिभिन्न ठाममे माता दुर्गाक माटि क प्रतिमा बना पुजा पाठ कएल जा रहल अछि । अहि वास्ते श्रद्धालुसबहक जनकपुरक राजदेवी मन्दिर सहित नेपाल भारतक बिभिन्न दुर्गा मन्दिरसबमे बिशेष भिड देखल जा रहल अछि । 
राक्षस महिँसासुरक नष्ट केने माता दुर्गाके दशमीक दशो दिन बिभिन्न  ९ टा स्वरुपक पुजा कएल जाति अछि ।
अहिबिच, आई जनकपुरक राजदेवी मन्दिर सहित बिभिन्न दुर्गा मन्दिरसँ पैघ सँख्यामे श्रद्धालुसब बाजागाजाके साथ बेलनौती कार्यक्रमके लेल प्रस्थान करत । आइ बेलके बिधिपुर्वक पुजा पाठ क नौतल जाएत । आइ नौतल बेलके काल्हि तोरि क लाओल जाएत जकरा बेलतोडी सेहो कहल जाति अछि । एनाक बिधिपुर्वक बेल तोरि क अनलाक बाद काल्हि माताक श्रृगाँर सेहो कएल जाएत ।

Wednesday, 5 October 2016

दशमीक छठम दिन, पँचमी तिथके कारण स्कन्धमाताक पुजा

आसिन २०, जनकपुरधाम । हिन्दुसबहक महान पावनि दशमीक आई छठम दिन जनकपुर सहितक नेपाल भारतक बिभिन्न स्थानमे स्कन्ध माताके पुजा कएल जा रहल अछि ।
पुजा करय लेल आइ भिन्सरेसँ बिभिन्न शक्तिपिठ, उच्चैठ तथा दुर्गा मन्दिरसबमे श्रद्धालुसबहक भिड देखल गेल अछि । आइ शक्ति स्वरुपा स्कन्धमाताके बिभिन्न मठ मन्दिर तथा गाम गामसँ शहरधरि पुजा कएल जा रहल अछि । अहिबेर तिथके गडबडीके कारणसँ दशमीके छठम दिन स्कन्धमाताके पुजा कएल जारहल अछि । ओना आई दशमीके छठम दिन होईतो पँचमी तिथ परलाक कारण स्कन्धमाताक पुजा कएल जारहल अछि । अहिबेर द्धितिया २ दिन परल छल । आजुक दिन दुर्गा मन्दिर सहित लोकसब अपन अपन घरमे सेहो स्कन्धमाताके बिभिन्न मन्त्रोच्चारण सहित पुजा पाठ केलनि अछि । दशमीमे गाम गामसँ शहरधरि बिभिन्न ठाममे माता दुर्गाक माटि क प्रतिमा बनाक सेहो पुजा पाठ कएल जा रहल अछि । अहि वास्ते श्रद्धालुसबहक जनकपुरक राजदेवी मन्दिर सहित नेपाल भारतक बिभिन्न दुर्गा मन्दिरसबमे बिशेष भिड देखल जा रहल अछि ।  राक्षस महिँसासुरक नष्ट केने माता दुर्गाके दशमीक दशो दिन बिभिन्न  ९ टा स्वरुपक पुजा कएल जाति अछि । अहिबिच, काल्हि षष्टीके जनकपुरक राजदेवी मन्दिर सहित बिभिन्न दुर्गा मन्दिरसँ पैघ सँख्यामे श्रद्धालुसब बाजागाजाके साथ बेलनौती कार्यक्रममे सहभागी हाएत । काल्हि बेलके नौतल जाएत । काल्हि नौतल बेलके परसु सप्तमी तिथके तोरि क लाओल जाएत जकरा बेलतोडी सेहो कहल जाति अछि । एनाक बिधिपुर्वक बेल तोरि क अनलाक बाद परसु माताक श्रृगाँर सेहो कएल जाएत ।

Friday, 30 September 2016

आई पहिल दिन कलस्थापन

आसिन १५, जनकपुरधाम । हिन्दुसबहक महान पावनि दशमीक आईसँ बिधिबत रुपमे शुरुवात भेल अछि ।
दशमीक आइ पहिल दिन कलस्थापना अर्थात कलशके स्थापना कएल जारहल अछि ।
कलश स्थापनाके लेल आई भिन्सर ८ बाजि क ३५ मिनेट शुभ रहल नेपाल पञ्चाड निर्णायक समिति जनौलक अछि । पहिल दिन माता शैलपुत्रीके पुजा कएल गेल अछि । पर्वतके राजा हिमालयके पुत्रीक रुपमे उत्पन्न भेलासँ शैलपुत्रीक नामसँ चिन्हल जाति अछि । राक्षस महिँसासुरक नष्ट केने माता दुर्गाके दशमीक दशो दिन बिभिन्न ९ टा स्वरुपक पुजा कएल जाति अछि ।
आजुक दिन उच्चपिठ, शक्तिपिठ तथा दुर्गा मन्दिर सहित लोकसब अपन अपन घरमे सेहो बालु पर जौ छिट क कलश स्थापना केलनि अछि । आइ छिटल जौ सँ जन्मल जयन्तीके बिजया दशमी दिन आशिर्बाद स्वरुप माथ पर लगाओल जाति अछि ।
अहि अवसरमे गाम गामसँ शहरधरि बिभिन्न ठाममे माता दुर्गाक माटि क प्रतिमा बना पुजा पाठ कएल जा रहल अछि । अहि वास्ते श्रद्धालुसबहक जनकपुरको राजदेवी मन्दिर, बौद्धीमाइ मन्दिर सहित नेपाल भारतका बिभिन्न दुर्गा मन्दिरहरुमा श्रद्धालुहरुको घुँईचो लागेको छ ।
अहि अबसरके अहुबेर जनकपुरक गोपाल धर्मशालामे सस्ता बजार लागल अछि । 

Wednesday, 9 March 2016

परिक्रमा आई तेसर दिन फुलहर पहुँच रहल

फागुन २७, जनकपुर । धनुषासँ शुरुवात भेल मिथिला माध्यिमिकी परिक्रमाके सहभागी भक्तजनसभ बृहस्पतिदिन फुलहर प्रस्थान करहल अछि । बुधबार दोश्रो दिन श्रद्धालुहरु कल्याणेश्वरमे बिश्राम केलाक बाद आई तेसर दिन फुलहर पहुँच रहल अछि ।

धनुषाको ठेरा कचुरीबाट मिथिला बिहारीको डोला र जनकपुरको जानकी मन्दिरबाट निस्केको किशोरी जीको डोला परिक्रमाका लागि पहिल दिन जनकपुरको हनुमान नगर पहुँचल छल । अहिना, बुधबार हनुमान नगरबाट उक्त डोला भारतको कल्णा स्थित कल्याणेश्वर स्थान पहुँचल छल । तहिना, आई भिन्सरे भिन्सर ओ परिक्रमावासीसभ कल्णासँ फुलहर स्थित गिरिजास्थान प्रस्थान करहल अछि । आई फुलहरमे रात्रीकालीन बिश्राम करत । ओकरबाद शुक्रके नेपालक मठिहानीके लेल प्रस्थान करत । परिक्रमामे सयौके सँख्यामे साधु सन्तक सँग हजारौ महिला, पुरुषके सहभागीता अछि । प्रत्येक बिश्राम स्थल पर परिक्रमावासीसबहक लेल मेला, रामलीला, भजन कीर्तनके सँगही स्वास्थ्य शिविरसभ सेहो उपलब्ध रहैत अछि । परिक्रमा अवधीभरि माछ, माउस, लहसुन , प्याउज परिक्रमावासीक लेल बर्जित रहैत अछि । त भोजनक ब्यबस्था सेहो स्वँय करय परैत अछि ।